हम सभी जानते हैं कि धूम्रपान (smoking) स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। धूम्रपान सिगरेट, बीड़ी, हुक्का या सिगार किसी भी रूप में हो सकता है।
इसलिए मैं यह नहीं कहूंगा कि आपको धूम्रपान छोड़ने की जरूरत क्यों है। यह आपका व्यक्तिगत नजरिया या पसंद हो सकता है।
लेकिन यहाँ हम आपका ज्यादा समय न लेते हुए इस बारे में जानेंगे कि क्या धूम्रपान (smoking) वर्कआउट के दौरान आपकी मसल्स गेन (muscles gain) को भी प्रभावित करता है?
क्या यह वास्तव में जिम में आपके आउटपुट को प्रभावित कर रहा है??
आइये तो बात करते हैं आपके शरीर पर धूम्रपान के कुछ प्रभावों की, जो आपके वर्कआउट को प्रभावित करते हैं।
- यह रक्त में कार्बन मोनोऑक्साइड (Carbon Mono-Oxide) की मात्रा को बढ़ाता है
- यह फेफड़ों (lungs) में टार को बढ़ावा देता है
- यह आपको निकोटिन (nicotine) का आदी बनाता है
अब इन तीनों बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा करते हैं कि कैसे ये आपके वर्कआउट या कसरत को प्रभावित करते हैं।
कार्बन मोनोऑक्साइड (Carbon Mono-Oxide):
जब हम धूम्रपान (smoking) या सिगरेट स्मोक करते हैं, तो कार्बन मोनोऑक्साइड को सांस के द्वारा अंदर खींचते हैं।
कार्बन मोनोऑक्साइड एक बहुत ही जहरीली गैस है। यह कार्बन मोनोऑक्साइड रक्त में हीमोग्लोबिन अणु (hemoglobin molecules) के साथ एक बॉन्ड बनाती है।
इस तरह यह रक्त में ऑक्सीजन की जगह ले लेता है। अब जब यह रक्त आपके शरीर के विभिन्न हिस्सों में प्रवेश करता है, तो यह कार्बन मोनोऑक्साइड होता है जिसे आप ऑक्सीजन के साथ ले रहे होते हैं।
अब आपके शरीर की कोशिकाओं और ऊतकों के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन की मात्रा की आपूर्ति उपलब्ध नहीं होती है।
जिससे कि आपके शरीर के सेल्स और टिश्यू अपने कार्यों को अच्छे से पूरा नहीं कर पाते।
अब जब ऑक्सीजन की अपर्याप्त मात्रा लंबे समय तक जारी रहती है, तो शरीर को सेल के विकास और मरम्मत जैसे कार्य करने में कठिनाई होती है।
टार का प्रभाव (Impact of Tar):
धूम्रपान या सिगरेट पीने से आपके फेफड़ों में टार जम जाता है। हर सिगरेट में धूम्रपान का लगभग 70% आपके फेफड़ों में जमा होता है।
यह जमा हुआ टार आपके फेफड़ों की क्षमता को सीमित कर देता है और आपके सांस लेने की क्षमता को भी सीमित करता है।
आपके फेफड़ों में जमा यही टार खांसी का कारण बनता है। यह मानव शरीर के कार्य करने की क्षमता में बाधा डालता है।
इससे कसरत या वर्कआउट के दौरान आप अपने फेफड़ों के माध्यम से पर्याप्त ऑक्सीज़न नहीं खींच पाते।
इसलिए आपकी मसल्स को ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा नहीं मिल पाती। यही कारण है कि आपके शरीर में जल्दी थकावट और कमजोरी जैसे लक्षण दिखने लगते हैं।
कसरत करने के दौरान धूम्रपान नहीं करने वाला व्यक्ति, धूम्रपान करने वाले किसी व्यक्ति की तुलना में अधिक आसानी से सांस ले पाता है।
धूम्रपान करने वाले इस प्रकार उच्च तीव्रता के साथ व्यायाम करने में असमर्थ होते हैं।
निकोटिन के प्रभाव (Impact of Nicotine)
निकोटिन एक उत्तेजक है जो धूम्रपान को एक लत बना देता है। यह धूम्रपान करने के सात से आठ सेकंड के रूप में आपके दिमाग को हिट करता है।
शरीर में निकोटीन की मौजूदगी आपके हृदय की गति में वृद्धि करती है और आपके ब्लड प्रेशर या रक्तचाप को भी बढ़ा देती है।
इससे आपकी त्वचा पर लाल निशान बनना, खराब मेटाबोलिज्म और आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन कम होना शामिल हैं।
इसके अलावा स्मोकिंग फेफड़ों का कैंसर, प्रजनन क्षमता में कमी का भी मुख्य कारण है।
ये सभी प्रभाव किसी भी बॉडीबिल्डर या वर्कआउट करने वाले व्यक्ति के लिए किसी भी द्रष्टि से अच्छा संकेत नहीं हैं।